कनाडा वर्क परमिट के नाम पर 21.35 लाख की ठगी: एजेंट ने कैथल के परिवार को फर्जी वीजा दिखाकर लूटा
- By Gaurav --
- Saturday, 20 Dec, 2025
21.35 lakh fraud in the name of Canada work permit:
कुरुक्षेत्र जिले में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। एक एजेंट पर आरोप है कि उसने कनाडा का वर्क परमिट दिलाने का झांसा देकर कैथल के एक नंबरदार परिवार से करीब 21.35 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने फर्जी वीजा और हवाई टिकट दिखाकर पीड़ितों को विश्वास में लिया और फिर फरार हो गया। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित प्रेम सिंह, जो कैथल के गांव जाजनपुर के निवासी हैं, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके बड़े बेटे सचिन मेहरा और बहू मनप्रीत कौर कनाडा में नौकरी की तलाश में थे। इसी दौरान 11 अप्रैल 2022 को उनकी मुलाकात आरोपी पवन कुमार से हुई। पवन कुमार ने उन्हें कनाडा का वर्क परमिट दिलाने का आश्वासन दिया और अपने पिता व पत्नी के साथ मिलकर कुल 32 लाख रुपये की मांग की।
बातचीत तय होने के बाद, एजेंट ने पहले 1.50 लाख रुपये एडवांस में लिए और आधार कार्ड, पासपोर्ट, फैमिली आईडी सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करवा लिए। शिकायत के अनुसार, 8 मई 2022 को फिंगरप्रिंट के नाम पर 2 लाख रुपये और लिए गए। फिंगरप्रिंट की तारीख पहले चंडीगढ़ के एक मॉल में बताई गई, जिसे बाद में बदल दिया गया। 17 जून को फिंगरप्रिंट करवाने के बाद उसी दिन 4 लाख रुपये और वसूल किए गए।
इसके बाद, 13 अगस्त को वीजा आने की "खुशखबरी" के बहाने 2 लाख रुपये और लिए गए। 5 सितंबर को वीजा दिखाकर पैसे की मांग तेज हो गई। 8 सितंबर को आरटीजीएस के माध्यम से 4 लाख रुपये और 13 सितंबर को घर आकर 2 लाख रुपये नकद ले लिए गए।
17 सितंबर को आरोपी ने हवाई टिकट के नाम पर 4.35 लाख रुपये और ठग लिए। उसने शेष 10.65 लाख रुपये कनाडा पहुंचने के बाद देने का वादा किया। इस प्रकार, कुल 21.35 लाख रुपये आरोपी के पास चले गए। 9 अक्टूबर को आरोपी ने पीड़ितों को मुंबई बुलाया और कनाडा की टिकट व वीजा देने का आश्वासन दिया।
हालांकि, मुंबई पहुंचने के बाद पीड़ितों को दो दिन तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन आरोपी नहीं आया। उसका फोन भी बंद मिला, जिसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।